






बीकानेर। संभाग के चूरू जिले में पूर्व मंत्री कर्नल राज्यवद्र्धन सिंह राठौड़ का रिश्तेदार बताकर नौकरी के नाम पर लाखों रुपए हड़पने का मामला सामने आया है। इसको लेकर रतननगर थाने में मामला दर्ज हुआ है। चूरू जिले के थैलासर निवासी संजयकुमार से डाक से प्राप्त रिपोर्ट में बताया कि जयपुर निवासी हितेन्द्र सिंह, उसके पिता रणवीर सिंह, माता विमला कंवर, भाई कुलदीप सिंह, मजू कंवर से उसकी जान पहचान थी। आपस में घर आना-जाना था। वे सभी षडयंत्र रचकर दिसम्बर 2018 में मेरे घर आए। उन्होंने पूर्व केन्द्रीय मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को अपना रिश्तेदार बताया। उन्होंने बताया कि राठौड़ आपको नौकरी दिलवा देेंगे। मैने मेरे भाई के एलडीसी का फार्म भरने की जानकारी दी। उन्होंने मुझे एसआई के पद पर नौकरी दिलाने का झांसा दिया। पूर्व मंत्री के साथ फोटो दिखाने पर विश्वास हुआ तो उन्होंने दोनों भाईयों के करीब 16 लाख 50 हजार रुपए देने की कही। रिपोर्ट में बताया कि उसने एसआई पद के लिए दस लाख और भाई कन्हैयालाल के एलडीसी में चयन कराने के नाम पर 6 लाख 50 हजार रुपए ले लिए। आरोपियों ने जानकारों व अन्य लोगों से भी सरकारी नौकरी में चयन कराने के नाम पर 45 से 50 लाख रुपए ले लिए। आरोपियों ने प्रेम कुमार निवासी थैलासर, विक्रम पूनिया थैलासर, राहुल महरिया सांगासी, विधा कुमारी रूकनसर, दीपक महरिया सांगासी, रजत शर्मा चूरू, विकास मील सीकर, विकास कुमार निवासी त्याह सीकर, नरेन्द्र कुमार निवासी भीखनसर, गोविन्द सैनी ढाणी नीमा रामगढ शेखावाटी सीकर सहित मुझे और मेरे भाई को 09 सितम्बर 2018 को एलडीसी की परीक्षा दिलवाई। मेरे एसआई परीक्षा व चयन के लिए फोटो और दस्तावेज तैयार करवाए। आरोपियों ने एक लेटरपेड मूल कर्नल राज्यवर्धन सिह राठौड़ पूर्व केन्द्रीय सूचना एव प्रसारण मंत्री हस्ताक्षरित दिया। जिसमें लिखा था कि हितेन्द्र सिंह द्वारा कार्य करवाने का आश्वासन देता हंू। जब एलडीसी परीक्षा का परिणाम आया तो कोई पास नहीं हुआ। आरोपियों पर रुपए देने का दबाव बनाया तो हितेन्द्र सिंह के पिता रणवीर सिंह ने कहा कि तुम्हारे दस लाख मिल जाएंगे। लेकिन अभी तक नहीं मिले। उनके अन्य परिजनों से मिला तो उन्होंने भी पल्ला झाड़ लिया। ऐसे में आरोपियों ने कुल 16 लाख 50 हजार रुपए हड़प लिए। पीडि़त ने रुपए दिलाने की मांग की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।