






बीकानेर। लम्बे समय के अंतराल से चल रहे लॉकडाउन के दौरान सभी वर्गों की आर्थिक स्थिति बेहद ही कमजोर होती जा रही है। जिसमें गरीब, असहाय लोगों को रोजी रोटी के लिए जतन करने पड़ रहे है। ऐसे में सरकारी नुमाइंदे राशन कार्ड के बावजूद उन्हें राशन देने से मनाही कर रहे है। यह कहना था पूर्व लोकसभा उपाध्यक्ष तोलाराम सियाग का। उपाध्यक्ष तोलाराम ने खाद्य मंत्री रमेश मीणा को पत्र लिखकर अवगत कराया कि कोरोना के संकट काल में सभी कामकाज ठप से हो गए है। जिसमें कुछ परिवारों को राशन कार्ड के बाद भी खाद्यय सामग्री नहीं दी जा रही है। इस पर राशन डीलरों द्वारा खाद्य सुरक्षा योजना में नाम नहीं जुड़े होने की बात को लेकर टालमटोल किया जा रहा है। ऐसी परिस्थितियों में प्रतिदिन कामकाज कर अपना जीवन यापन करने वाले परिवारों को बेहद ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार से आग्रह है कि राजस्थान सरकार की सोच कोई भूखा ना सोए को धरातल पर पूरा करने के लिए जिस परिवार का राशन कार्ड बना हुआ है उन परिवारों को आगामी स्थिति सुधार तक राशन लेने के लिए पात्र घोषित करें। वहीं राशन डीलरों को निर्देशित करें कि राशन कार्ड के आधार पर नियमानुसार राशन देवें।