






बीकानेर। जिला कलेक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा कि महात्मा गांधी नरेगा के तहत जिले के प्रत्येक राजस्व गांव में न्यूनतम चार काम प्रारंभ किए जाएं तथा इसे सुनिश्चित करने के लिए ग्राम विकास अधिकारी को सख्ती से निर्देश दें। गौतम ने गुरुवार को अपने कक्ष में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए ये निर्देश दिए। गौतम ने कहा कि जिले के सभी राजस्व गांवों में प्राकृतिक संसाधनों को विकसित करने के लिए महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत अधिकतम काम स्वीकृत करवाए जाएं। इससे जल प्रबंधन, मृदा संरक्षण और वृक्षारोपण से जुड़े काम होने से स्थानीय प्राकृतिक संसाधनों को सहजने के साथ-साथ स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सकेगा, अत: यह कार्य ग्रामीण विकास के तहत सर्वोच्च प्राथमिकता पर हो। जिला कलेक्टर ने कहा कि मनरेगा के तहत जारी कार्यों की नियमित और समुचित मॉनिटरिंग हो तथा किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की शिकायत पर गंभीरता से जांच की जाए। गौतम ने सीईओ जिला परिषद को रैंडम आधार पर विभिन्न कार्यों का गहराई से निरीक्षण करने के निर्देश देते हुए कहा कि मनरेगा कार्यों की पंचायत समिति वार प्रतिदिन दो बार विकास अधिकारी से अपडेट लें और प्रगति रिपोर्ट की जानकारी दें। यदि किसी गांव में अभी भी मनरेगा के तहत एक भी कार्य स्वीकृत नहीं है तो संबंधित ग्राम विकास अधिकारी को 16 सीसी और विकास अधिकारी को तुरंत प्रभाव से कारण बताओ नोटिस जारी करें। गौतम ने कहा कि मनरेगा के तहत औसत मजदूरी में सुधार हो, इसके लिए श्रमिकों को पखवाड़े आधारित व्यक्तिगत टास्क दिए जाएं और इसी आधार पर मजदूरी का आंकलन हो।