






नई दिल्ली। प्रवासी मजदूरों के पलायन के मसले पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। सोनिया ने कहा कि देश की आजादी के बाद पहली बार ऐसा दर्द का मंजर दिखा। मजदूर सैकड़ों-हजारों किमी पैदल चलकर जाने को मजबूर हुए है लेकिन सरकार ने मजदूरों की सिसकियां नहीं सूनी। इसके साथ ही उन्होंने सरकार से मजदूरों के लिए खजाना खोलने की भी मांग की है। सोनिया गांधी ने हर परिवार को 6 महीने तक 7500 रुपये प्रति माह देने की भी मांग की और उनमें से 10000 फौरन मिले।
देश गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा
सोनिया गांधी ने कहा कि पिछले दो महीने से कोरोना वायरस के चलते पूरा देश गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा है। करोड़ों लोगों के रोजगार चले गए, लाखों धंधे बंद हो गए, किसानों को फसल बेचने के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है। पहले दिन से ही हर कांग्रेसियों, अर्थशास्त्रियों और समाज के हर तबके ने कहा कि यह वक्त आगे बढ़कर घाव पर मरहम लगाने का है। बता दें कि कोरोना लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों से लेकर बेरोजगारी तक के मुद्दे पर कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है। 30 मई को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा होने वाला है और उससे पहले कांग्रेस ने देशभर में स्पीक अप इंडिया अभियान शुरू किया है। कांग्रेस पार्टी ने फेसबुक, ट्विटर, यू ट्यूब, इंस्टाग्राम जैसे प्रचलित सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एकसाथ 50 लाख कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ऑनलाइन जुटाने का लक्ष्य रखा है।